खोया सामान, मिली इंसानियत – वीआईपी इंडस्ट्रीज़ ने पेश किया स्मार्ट टैग

भारत की अग्रणी लगेज निर्माता कंपनी वीआईपी इंडस्ट्रीज़ लिमिटेड ने आज यात्रियों के लिए एक अनूठा समाधान पेश किया – वीआईपी स्मार्ट टैग। टैग8 तकनीक पर आधारित यह नया नवाचार यात्रियों को भरोसा दिलाता है कि उनका सामान हर समय सुरक्षित, ट्रेस करने योग्य और वापस पाने योग्य है, चाहे वे दुनिया में कहीं भी यात्रा कर रहे हों।


इस स्मार्ट टैग का संदेश है – “A Little Tag. A Lot of Heart.” यानी यह केवल तकनीक पर आधारित ट्रैकिंग टूल नहीं है, बल्कि इंसानियत और आपसी सहयोग को भी सामने लाता है। जब कोई खोया हुआ बैग वापस लौटता है तो इसके पीछे टैग की तकनीक के साथ-साथ किसी सहयात्री, राहगीर या एयरपोर्ट स्टाफ की भी मदद होती है।

कैसे करेगा काम स्मार्ट टैग
प्रत्येक टैग में एक यूनिक QR कोड मौजूद है। अगर कोई बैग कहीं छूट जाता है तो खोजने वाला व्यक्ति बस इस कोड को स्कैन करता है। इसके तुरंत बाद बैग के मालिक को सुरक्षित डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म के जरिये सूचना मिल जाती है। सबसे खास बात यह है कि इसके लिए किसी तरह की महंगी सब्सक्रिप्शन या डिवाइस की जरूरत नहीं है।

ग्राहकों के लिए खास ऑफर
इस लॉन्च के तहत वीआईपी इंडस्ट्रीज़ ने घोषणा की है कि ₹3,000 या उससे अधिक की खरीदारी पर ग्राहकों को यह स्मार्ट टैग बिल्कुल मुफ़्त दिया जाएगा। सामान्य तौर पर बाज़ार में इसकी कीमत लगभग ₹499 है। कंपनी का कहना है कि इस पहल से यात्रा को सुरक्षित, सरल और सुलभ बनाया जाएगा।

कंपनी की दिशा और लक्ष्य
लोकार्पण के अवसर पर वीआईपी इंडस्ट्रीज़ लिमिटेड की प्रबंध निदेशक नीतु काशीरामका ने कहा – “हम सभी ने यात्रा के दौरान किसी सामान के गुम होने का वह तनाव झेला है। लेकिन ज्यादातर मामलों में दूसरों की दयालुता ही उसे वापस लौटाती है। वीआईपी स्मार्ट टैग इसी इंसानियत का उत्सव है। हमारा लक्ष्य अगले एक वर्ष में कम से कम दस लाख भारतीय यात्रियों को इस नवाचार से लाभान्वित करना है ताकि वे आत्मविश्वास और शांति के साथ यात्रा कर सकें।”

स्मार्ट टैग को कुछ ही मिनटों में ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के जरिए सक्रिय किया जा सकता है। इससे जुड़ने के बाद हर बैग डिजिटल रूप से उसके मालिक से लिंक हो जाता है। इस कदम से कंपनी ने एक बार फिर अपने कंज़्यूमर-फ़र्स्ट एप्रोच को साबित किया है। यह दिखाती है कि वीआईपी इंडस्ट्रीज़ सिर्फ सामान बनाने तक सीमित नहीं है, बल्कि वह यात्रियों की सुरक्षा, सुविधा और मन की शांति को भी प्राथमिकता देती है। 

No comments:

Post a Comment